माझं क्षितिज
Friday, October 09, 2020
कयामत
अब तो कयामत की भी इंतिहा हो गयी
बस ख़्वाईश इतनी की तू मिल जाए एक लम्हे के लिए
~●๋•ηινє∂ιтα ραтιℓ ●๋• ▐ ■ αттιтυ∂є ιѕ α ℓιттℓє тнιηg тнαт мαкєѕ α вιg ∂郃єяєη¢є■▐
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