दिल-ए-आशिक

कोई कैसे कहे इश्क क्या है इश्क तो वो जज्बा है सिमटे तो दिल-ए-आशिक बिखरे तो जमाना है!!




~●๋•ηινє∂ιтα ραтιℓ ●๋• ▐ ■ αттιтυ∂є ιѕ α ℓιттℓє тнιηg тнαт мαкєѕ α вιg ∂郃єяєη¢є■▐

Comments

Popular posts from this blog

चकवा-चांदणं..... एक वनोपनिषद

पर्यावरण संवर्धन...................

नमन नटवरा!!!!!!!!!!!