हम नहीं कहते के जुर्म पर खामोश रहिएगा
बस हमारी वफ़ाको बदनाम मत करियेगा
मैं देखूं आईना और तू नज़र आये, मैं सिमटू तेरी बाँहों में और तू पिघल जाए
मला तर स्वप्न पडत नाहीत पण तुझ्या डोळ्यात दिसणाऱ्या हजार स्वप्नांमध्ये माझ्यासाठी जागा आहे का?
ख़्वाबों ने हमेशा रस्ते भटकाए है वरना हम तो अच्छे खासे workaholic हुआ करते थे!
कहा था हमने चाहे जो करना तुम्हारे रहेंगे
self respect को छेड़ोगे तब भी प्यार तुमसे ही करेंगे
बस साथ न रह पाएंगे
दिए हैं ज़ख्म तो मरहम का तकल्लुफ न करो
एक तेरी आँखें हैं कि होश में आने नहीं देती!!
पता नहीं क्या बात है हमारे रिश्ते में के हर बात ख़ामोशी में हो जाती है
मन माझं आहे पण
निशाणी तुझी आहे